गेहूं कटाई के बाद लगा दें यह फसल सिर्फ 60 दिन में हो जाएगी तैयार और आपको कर देगी मालामाल भारत में रबी सीजन के दौरान गेहूं की फसल प्रमुख रूप से उगाई जाती है, और अप्रैल के महीने तक इसकी कटाई हो जाती है। लेकिन इसके बाद खेत को खाली छोड़ देना फायदे का सौदा नहीं होता।
अगर आप सही समय पर सही शॉर्ट ड्यूरेशन वाली फसल लगाते हैं, तो आप अतिरिक्त कमाई कर सकते हैं — और यही तरीका आज के कई प्रगतिशील किसान अपना रहे हैं।
आज हम आपको एक ऐसी फसल के बारे में बताएंगे जिसे आप गेहूं की कटाई के बाद लगाकर सिर्फ 60 दिनों में तगड़ी कमाई कर सकते हैं।
मूंग (Green Gram) – गेहूं के बाद सबसे फायदेमंद फसल
मूंग की फसल एक बेहतरीन विकल्प है जो कम समय में तैयार हो जाती है और इसकी बाजार में जबरदस्त मांग भी रहती है। इसे गेहूं की कटाई के बाद आसानी से लगाया जा सकता है, और यह मिट्टी की उर्वरता को भी बढ़ाती है।
गेहूं कटाई के बाद लगा दें यह फसल सिर्फ 60 दिन में हो जाएगी तैयार और आपको कर देगी मालामाल

मूंग की खेती के फायदे:
- 60-65 दिन में फसल तैयार
- बाजार में मूंग की कीमत ₹6,000-₹8,000 प्रति क्विंटल तक
- कम पानी में भी अच्छी पैदावार
- मिट्टी में नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ाती है
- गेहूं की कटाई के बाद बिना जुताई के भी लगाई जा सकती है (Zero Tillage Farming)
मूंग की खेती के लिए जरूरी बातें
फैक्टर | डिटेल |
---|---|
बीज मात्रा | प्रति हेक्टेयर 12-15 किलो |
सिंचाई | 2-3 बार पर्याप्त |
खरपतवार नियंत्रण | 15 दिन बाद निराई-गुड़ाई आवश्यक |
फसल अवधि | 60-70 दिन |
पैदावार | प्रति हेक्टेयर 8-12 क्विंटल |
कब और कैसे करें मूंग की बुवाई
मूंग की बुवाई गेहूं की कटाई के तुरंत बाद यानी अप्रैल के अंतिम सप्ताह से मई के पहले सप्ताह तक करनी चाहिए। गर्मी के मौसम में फसल तेजी से बढ़ती है, और सही सिंचाई व देखभाल से अच्छी उपज मिलती है।
किन राज्यों में सबसे ज्यादा मूंग की खेती होती है
- राजस्थान
- मध्य प्रदेश
- उत्तर प्रदेश
- हरियाणा
- महाराष्ट्र
- बिहार
इन राज्यों के किसान खासकर मूंग की गर्मी कालीन फसल को प्राथमिकता देते हैं।
मूंग से कमाई का गणित
अगर आप मूंग की खेती 1 हेक्टेयर भूमि में करते हैं, और औसतन 10 क्विंटल उत्पादन मिलता है, और बाजार भाव ₹7,000 प्रति क्विंटल है:
कुल आमदनी = ₹70,000 (सिर्फ 60-65 दिनों में)
लागत = ₹15,000-₹20,000 (बीज, सिंचाई, मजदूरी आदि)
शुद्ध मुनाफा = ₹50,000 के आसपास
मूंग बेचने के लिए कहां जाएं?
- स्थानीय मंडी
- FPO (Farmer Producer Organizations)
- ऑनलाइन प्लेटफॉर्म (AgriBazaar, eNAM)
- निजी व्यापारी या प्रोसेसिंग यूनिट्स
अगर आप जैविक मूंग उगाते हैं, तो आपको 10-20% ज्यादा रेट भी मिल सकता है।
गेहूं की कटाई के बाद खेत खाली छोड़ने के बजाय मूंग जैसी शॉर्ट ड्यूरेशन वाली फसल लगाकर आप खेती से अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। इससे न सिर्फ आपकी आमदनी बढ़ेगी बल्कि मिट्टी की गुणवत्ता भी बनी रहेगी। अगर आप समय पर प्लानिंग करते हैं, तो 2 महीने में ₹50,000 तक की कमाई करना बिलकुल संभव है।