AGRICULTURE NEWS 2024 : पशुओं को खिलाएं यह घास, होगी दुग्ध उत्पादन में वृद्धि ,जानें, कौनसी है ये घास !
AGRICULTURE NEWS 2024 : पशुओं को खिलाएं यह घास, होगी दुग्ध उत्पादन में वृद्धि ,जानें, कौनसी है ये घास ! दूधारू पशुओं गर्मियों में कम दूध देने लग जाते हैं। कई पशुपालक इस बात की शिकायत करते हैं कि उनका पशु कम दूध दे रहा है। इसके कई कारण हो सकते हैं।
इसमें आहार संबंधी कारण प्रमुख है। गाय, भैंस जैसे दुधारू पशुओं के आहार पर विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। इनके लिए सर्दियों व गर्मियों में अलग-अलग आहार की व्यवस्था की जानी चाहिए ताकि दूध के उत्पादन में कमी न आ पाए।
AGRICULTURE NEWS 2024 : पशुओं को खिलाएं यह घास, होगी दुग्ध उत्पादन में वृद्धि ,जानें, कौनसी है ये घास !
AGRICULTURE NEWS 2024 इसके अलावा पशुओं का रहने का आवास, पशु की स्वच्छता का ध्यान आदि कई ऐसी बाते हैं जो दुधारू पशु (dailry animal) के दूध की मात्रा पर प्रभाव डालती हैं। गर्मियों में पशुओं को हरा चारा खिलाना बेहद जरूरी होता है। हरे चारे में कई ऐसे चारे हैं जिनसे पशु के दूध देने की मात्रा को बढ़ाया जा सकता है। इन्हीं में से एक बहुत ही अच्छा चारा अजोला माना गया है जिसे खिलाने से पशुओं में दूध की मात्रा को 20 से 25 प्रतिशत तक बढ़ाया जा सकता है।
AGRICULTURE NEWS 2024 आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से आपको पशुओं का दूध बढ़ाने के लिए हरे चारे के रूप में अजोला घास (Azolla Grass) के प्रयोग के बारें में जानकारी दे रहे हैं। तो आइये जानते हैं क्या है अजोला और इससे कैसे उगाया जा सकता है।
AGRICULTURE NEWS 2024 क्या होता है अजोला
AGRICULTURE NEWS 2024 अजोला एक जलीय फर्न है जो जल की सतह पर मुक्त रूप से तैरती है। यह छोटे-छोटे हरे गुच्छे की तरह तैरती और फैलती है। अजोला कम लागत में पशुओं के लिए एक पौष्टिक आहार है। शुष्क भार के आधार पर इसमें 25 से 35 प्रतिशत प्रोटीन, 10-12 प्रतिशत खनिज पदार्थ एवं 7-10 प्रतिशत अमीनो अम्ल पाया जाता है।
AGRICULTURE NEWS 2024 यह शीघ्र बढ़ने वाली घास होती है जो बुवाई के करीब 8 से 10 दिनों में ही तैयार हो जाती है। भारत में अजोला की दो किस्में अजोला पिन्नाटा एवं एनाबियाना काफी अच्छी मानी गई है। यह अधिक गर्मी सहन करने वाली किस्म है, इसलिए इसका उत्पादन गर्मियों में आसानी से किया जा सकता है।
AGRICULTURE NEWS 2024 अजोला उगाने की विधि
AGRICULTURE NEWS 2024 अजोला को घर में हौदी बनाकर, तालाब, झीलों, गड्ढों ओर धान के खतों में भी अजोला उगाया जा सकता है। किसान इसे टबों और ड्रमों में भी उगा सकते हैं। यदि आप कृत्रिम रूप से अजोला का उत्पादन करना चाहते हैं तो आपको इसके लिए 15 से 20 सेमी के गहरे पानी के गड्ढे की जरूरत होगी।
AGRICULTURE NEWS 2024 इस गड्ढे का आकार 4 मीटर लंबा और 1.5 मीटर चौड़ा तथा 20 सेमी. गहरा होना चाहिए। अब इस गड्ढे की सहत पर प्लास्टिक शीट बिछा दें जिससे आसपास लगे पेड़ों की जड़े गड्ढे में न जाएं। प्लास्टिक के लगे का सबसे बड़ा फायदा ये होता है कि गड्ढे में रिसाव द्वारा बाहर का पानी नहीं निकलता है तथा गड्ढे का तापमान भी नियंत्रित रहता है।
AGRICULTURE NEWS 2024 गड्ढे में प्लास्टिक शीट बिछाते समय इस बात का ध्यान रखें कि प्लास्टिक शीट बिछाते समय इसमें परत न पड़े। प्लास्टिक शीट बिछाने के बाद करीब 10 से 15 किलोग्राम छनी हुई मिट्टी समान रूप से पॉलीथीन के ऊपर डाल दें। इसके बाद 5 किलोग्राम गोबर, 20 ग्राम अजोफर्ट या एसएसपी का 10 लीटर पानी में घोल बना लें तथा इस घोल को गड्ढे में डाल दें।
AGRICULTURE NEWS 2024 इसके बाद और अधिक पानी को गड्ढे में डालें ताकि पानी का स्तर 8 सेमी तक हो जाए। अब 1 से 2 किलोग्राम ताजा रोगमुक्त अजोला के बीज गड्ढे में डाल दें। 7 से 10 दिन बाद अजोला पूर्ण वृद्धि कर लेगा और गड्ढा अजोला से भर जाएगा।
AGRICULTURE NEWS 2024 इस प्रकार करीब 4 वर्ग मीटर के गड्ढे से 2 किलोग्राम अजोला प्रतिदिन आपको प्राप्त हो जाएगा। अजोला को प्लास्टिक की चलनी की सहायता से निकला चाहिए ताकि गड्ढे का पानी उसमें ही हर जाए। अब निकाले गए अजोला का धो लेना चाहिए ताकि पशु को गोबर की गंध नहीं आए।
AGRICULTURE NEWS 2024 अजोला का निरंतर उत्पादन प्राप्त करने के लिए हर 7 दिन के अंतराल में 2 किलोग्राम गोबर, 25 ग्राम अजोफॉस, 20 ग्राम अजोफर्ट को 2 लीटर पानी में घोलकर गड्ढे में डालते रहना चाहिए जिससे अजोला का बेहतर उत्पादन आपको मिल सकें।
AGRICULTURE NEWS 2024 किन पशुओं के आहार में इसे किया जा सकता है इस्तेमाल
AGRICULTURE NEWS 2024 अजोला एक पौष्ट्रिक आहार होता है इसे गाय, भैंस के लिए हरे चारे के रूप में तो इस्तेमाल किया ही जा सकता है बल्कि इसे बकरी, भेंड, शूकर, मछली और मुर्गियों को खिलाया जा सकता है। इसे ये पशु काफी चाव से खाते हैं।
AGRICULTURE NEWS 2024 पशुओं को अजोला खिलाने से क्या होते हैं लाभ
AGRICULTURE NEWS 2024 पशुओं को अजोला खिलाने से उन्हें पोटेशियम, आयरन, कॉपर, मैग्नेशियम जैसे खनिज लवणों की पोषक मात्रा मिलती है। इस तरह से ये उनके लिए पूरक पोषक आहार का काम करता है। पशुओं को अजोला खिलाने से उनक रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी होती है, इससे पशु जल्दी बीमार नहीं पड़ते हैं।
अजोला एक स्वादिष्ट घास होने के साथ ही जल्दी पचने वाला आहार भी है।
Also Read LOTUS FARMING 2024 : अगस्त माह में कमल की खेती से महकाएं अपने घर आँगन को, जाने महत्व !
AGRICULTURE NEWS 2024 यह हाई प्रोटीन ओर लो लिग्निन वाला आहार है जिसे पशु आसानी से पचा सकते हैं। पशुओं को प्रतिदिन आहार के साथ अजोला खिलाने से शारीरिक वृद्धि के साथ ही दूध उत्पादन में भी बढ़ोतरी होती है। वहीं मुर्गियों के आहार के साथ प्रतिदिन अजोला खिलाने से उनके शारीरिक वजन तथा अंडा उत्पादन की क्षमता में बढ़ोतरी होती है।
AGRICULTURE NEWS 2024 अजोला के उत्पादन व उपयोग में ये रखें सावधानियां
AGRICULTURE NEWS 2024 जब तक अजोला का पौधा परिपक्व स्थिति में न जाए तब तक उसका ध्यान रखना चाहिए। गड्ढे में पानी का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से कम नहीं होना चाहिए। अधिक तापमान होने पर छप्पर या अन्य साधनों से तापमान को नियंत्रित किया जा सकता है। जैव पदार्थ को प्रतिदिन या एक दो दिन के अंतराल में गड्ढे से बाहर निकाल देना चाहिए ताकि अजोला अधिक घना न हो सके। प्रतिदिन गड्ढे में पानी के पीएच मान को चेक करते रहना चाहिए। इसके लिए पीएच मान 5.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए।
AGRICULTURE NEWS 2024 तीन माह के अंतराल में अजोला की मिट्टी एवं पानी को बदल देना चाहिए। इसके बाद गड्ढे में पॉलीथीन को निकाल कर साफ कर लेना चाहिए। बीच-बीच में साफ पानी के स्तर कम होने पर गड्ढे में पानी डालकर इसका स्तर 5 से 6 इंच तक बनाए रखना चाहिए। अजोला के गड्ढे से निकाली गई मिट्टी एवं पानी को फेंकने की जगह उसे अपने बाग या खेतों में डाल देना चाहिए।
AGRICULTURE NEWS 2024 ये आपके लिए बाग व खेत के लिए जैविक खाद के रूप में काम करेगी। कीटनाशक का प्रयोग किए गए गड्ढे से निकाले गए जैव पदार्थ को पशुओें के चारे के रूप में प्रयोग नहीं करना चाहिए। अजोला का पशु आहार में 10-30 प्रतिशत (उपलब्धता के आधार पर) के बीच दिया जाना चाहिए।
AGRICULTURE NEWS 2024 पशु के लिए हरा चारे का महत्व
AGRICULTURE NEWS 2024 दुधारू पशुओं को प्रतिदिन दो किलो तक पौष्टिक आहारक की जरूरत होती है। केवल सूखा चारा खिलाकर पशुओं को पूर्ण पोषण नहीं प्राप्त होता है। इसके साथ हरा चारा भी खिलाया जाना अति आवश्यक है। लेकिन हरे चारे की साल भर उपलब्धता नहीं होती है ऐसे में अजोला बहुत ही अच्छा विकल्प है जिसका उत्पादन साल भर बहुत ही कम लागत पर लिया जा सकता है।
Also Read AGRICULTURE NEWS 2024 : अब पशुपालकों को पशुपालन के लिए लेना होगा लाइसेंस, जानें डिटेल्स !
AGRICULTURE NEWS 2024 इससे न केवल पशुओं को साल भर हरा चारा मिल सकेगा। बल्कि अजोला से बची बेकार मिट्टी और पानी आपके खेत या बाग के खाद का काम भी करेंगे। इससे आपको दो तरह से लाभ होगा।