मध्यप्रदेश में पहली बार हो रहे शूटिंग वल्र्डकप में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाने वाले सरबजोत सिंह स्कूल समय में फुटबॉल खेला करते थे, लेकिन उनके दोस्त के कहने और पिता के नाराज होने के बावजूद भी उन्होंने निशानेबाज चुनीं। उनके जीवन में एक ऐसा दौर भी आया जब वे कोरोना पॉजिटिव हो गए, लेकिन हिम्मत नहीं हारी। सरबजोत ने घर पर ही इलेक्ट्रॉनिक रेंज बनाकर प्रैक्टिस की। अंबाला में किसान परिवार में जन्में सरबजोत ने बताया कि घर की स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं थी। माता हाउसवाइफ हैं,
मध्यप्रदेश में पहली बार हो रहे शूटिंग वर्ल्डकप में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाने वाले सरबजोत सिंह स्कूल समय में फुटबॉल खेला

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जबकि छोटा भाई पढ़ाई करता है। मुझे शुरू में फुटबॉल खेलना पसंद था, लेकिन अधिकतर दोस्त निशानेबाजी में दिलचस्पी रखते थे। निशानेबाजी के बारे में मैंने जब पिता को बताया तो उन्होंने साफ इंकार कर दिया। पिता का कहना था कि शूटिंग महंगा खेल है और हमारी आर्थिक स्थिति उतनी अच्छी नहीं है। मैंने फिर पिता को मनाया और स्कूल में चेयरमैन से बातचीत कर इस खेल में सपोर्ट करने के लिए उन्हें राजी किया।
बस यहीं से शूटर बनने की यात्रा शुरू हुई। सरबजोत ने बताया कि लाइफ का सबसे मुश्किल दौर कोरोना काल के समय आया था, जब मैं पॉजिटिव हो गया था। सरबजोत ने कहा कि मेरा दिल्ली में होने वाले वल्र्डकप में सिलेक्शन हो गया था। मेरी उस समय प्रैक्टिस काफी अच्छी थी, लेकिन पॉजिटिव होने के बाद सब बिगड़ गया था। उन्होंने कहा कि लेकिन मैंने हार नहीं मानी और कोच की सलाह पर घर में ही इलेक्ट्रॉनिक शूटिंग रेंज बनाई और वहां प्रैक्टिस की, जिसका नतीजा है कि आज स्वर्णिम सफलता हाथ लगी।
मध्यप्रदेश में पहली बार हो रहे शूटिंग वर्ल्डकप में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाने वाले सरबजोत सिंह स्कूल समय में फुटबॉल खेला

शूटिंग वल्र्डकप में सरबजोत ने भारत को दिलाया पहला स्वर्ण पदक
बिशनखेड़ी स्थित मप्र शूटिंग अकादमी में अंबाला के सरबजोत सिंह ने देश को पहला गोल्ड मेडल दिलाया। आईएसएसएफ शूटिंग वल्र्डकप में बुधवार को भारत के सरबजोत सिंह ने स्वर्ण पदक जीता, जबकि हमवतन वरुण तोमर ने कांस्य पदक देश की झोली में डाला। सरबजोत ने पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल के स्वर्ण पदक मुकाबले में अजरबैजान के रुस्लान लुनेव को 16-0 से हराया। जबकि वरुण तोमर ने कांस्य पदक जीता। सरबजोत ने 585 के स्कोर के साथ 24 पदक दावेदार में से 60-शॉट क्ववालिफिकेशन राउंड में सबसे पहले शीर्ष स्थान हासिल किया। 25-शॉट के शीर्ष आठ रैंकिंग राउंड में सरबजोत 253.2 के स्कोर के साथ फिर से शीर्ष पर रहे। सरबजोत ने अपने अंतिम शॉट में सटीक 10.9 स्कोर का निशाना लगाया।

चाइना की ली जू को स्वर्ण, कियान को कांस्य
महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल में चाइना की ली जू ने स्वर्ण पदक जीता, जबकि हमवतन कियान वेई ने कांस्य पदक अपने नाम किया। जर्मनी की डोरेन वेनकम्प ने महिला वर्ग में रजत पदक हासिल किया। भारत की दिव्या सुब्बाराजू ने क्वालिफाइंग में 579 का स्कोर किया और तीसरे स्थान पर रहकर रैंकिंग राउंड में पहुंचीं, लेकिन रैंकिंग राउंड में वह पांचवें स्थान पर रहीं।
आज के मुकाबले-
शूटिंग वल्र्डकप में गुरुवार को एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट होंगे। 10 मीटर एयर राइफल मिक्स्ड टीम फाइनल सुबह 10.30 बजे होगा। एयर पिस्टल 10 मीटर की मिक्स्ड टीम फाइनल दोपहर 12 बजे से होगा।