MP WEATHER NEWS : मध्यप्रदेश में नहीं थम रहा बारिश का दौर, जाने क्या है वजह ! बीते जुलाई माह में प्रदेश में अच्छी बारिश हुई है। जुलाई के 31 दिनों में 14.27 इंच पानी गिरा है। वहीं प्रदेश में अभी तक 18.8 इंच गिर चुका है, यानी 50.40 प्रतिशत बारिश हो चुकी है। अगस्त में भी ऐसे ही बारिश की संभावना जताई जा रही है।
MP WEATHER NEWS : मध्यप्रदेश में नहीं थम रहा बारिश का दौर, जाने क्या है वजह !
मध्य प्रदेश में एक बार फिर मजबूत सिस्टम सक्रिय हुआ है। इससे अगले चार दिन पूरे प्रदेश में जोरदार बारिश की संभावना जताई जा रही है। कई जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। मध्य प्रदेश में बारिश का सिस्टम आज से फिर एक्टिव हो गया है। इससे आज प्रदेश के 22 जिलों में बारिश की संभावना है। अगले चार दिन तक प्रदेश के कई जिलों में बारिश का दौर जारी रह सकता है।
बता दें कि बीते जुलाई माह में प्रदेश में अच्छी बारिश हुई है। जुलाई के 31 दिनों में 14.27 इंच पानी गिरा है। वहीं प्रदेश में अभी तक 18.8 इंच गिर चुका है, यानी 50.40 प्रतिशत बारिश हो चुकी है। अगस्त में भी ऐसे ही बारिश की संभावना जताई जा रही है। अगस्त के पहले ही दिन प्रदेश में स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव होकर अगले 4 दिन तक बना रहेगा।
MP WEATHER NEWS बारिश की संभावना
MP WEATHER NEWS मौसम विभाग में बुधवार के लिए अलर्ट जारी किया है जिसके अनुसार नर्मदापुरम पचमढ़ी, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, डिंडोरी, मंडला कान्हा, अनुपपुर अमरकंटक, शहडोल, सीधी और सिंगरौली में बिजली के साथ मध्यम गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
Also Read RAILWAY RECRUITMENT 2024 : रेल्वे में नौकरी पाने का सुनहरा अवसर, ऐसे करें आवेदन !
साथ ही सीहोर, रायसेन भीमबेटका में बिजली चमकने के साथ हल्की गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। हरदा, बैतूल, पांढुर्णा पेंच, नरसिंहपुर, जबलपुर, उमरिया बांधवगढ़, कटनी, रीवा, मऊगंज, मैहर और सतना में बारिश की संभावना व्यक्त की गई है।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए अलर्ट किया है। जिसके अनुसार पूर्वी हिस्से जबलपुर, रीवा, सागर और शहडोल संभाग के 22 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। पश्चिमी हिस्से भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल में कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश का अनुमान है। भोपाल, सागर, जबलपुर, नर्मदापुरम, ग्वालियर और चंबल संभाग के 19 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है।
MP WEATHER NEWS क्यों हो रही इतनी बारिश
MP WEATHER NEWS मध्य प्रदेश में बारिश का दौर जारी है। लगातार हो रही बारिश के कारण प्रदेश के नदी नाले उफान पर है। बीच में एक-दो दिन के लिए कमजोर पड़ने वाला स्ट्रॉन्ग सिस्टम आज 31 जुलाई से फिर एक्टिव वाला है। इसके चलते मौसम विभाग ने बुधवार से अगले 4 दिन तक तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। आज पूर्वी हिस्से जबलपुर, रीवा, सागर और शहडोल संभाग के 22 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। पश्चिमी हिस्से- भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल में कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश होगी।
आईएमडी भोपाल की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि अभी दो ट्रफ और दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव हैं। 1 अगस्त से सिस्टम और स्ट्रॉन्ग होगा। पूर्वी हिस्से में असर ज्यादा रहेगा। 2 और 3 अगस्त को भी तेज बारिश वाला सिस्टम रहेगा।
मानसून द्रोणिका औसत समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर तक फैली हुई है और जैसलमेर, जयपुर, ग्वालियर, सतना, जमशेदपुर से होकर पूर्व-दक्षिणपूर्व की ओर उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। हिमाचल प्रदेश और आसपास के इलाकों में औसत समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
मौसम विभाग के सीनियर वैज्ञानिक वेद प्रकाश ने बताया कि अभी दो ट्रफ और दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव हैं। एक अगस्त से सिस्टम और स्ट्रॉन्ग होगा। पूर्वी हिस्से में असर ज्यादा रहेगा। 2 और 3 अगस्त को भी तेज बारिश वाला सिस्टम रहेगा। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश में 21 जून को मानसून एंटर हुआ था। 39 दिन में सामान्य की आधी से ज्यादा 18.8 इंच गिर चुका है। 50.40 फीसदी बारिश हो चुकी है।
MP WEATHER NEWS किन जिलों में नहीं हुई बारिश
MP WEATHER NEWS प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से ज्यादातर क्षेत्रों में नदी नाले उफान में है। लोगों की परेशानी बड़ी हुई है। वहीं, विंध्य के रीवा क्षेत्र की बात करें तो यहां अभी भी बहुत कम बारिश हुई है जिससे किसान परेशान है। एमपी में सबसे ज्यादा पानी सिवनी में 31.29 इंच गिरा है, जबकि रीवा में 8 इंच बारिश भी नहीं हुई है।
31 जुलाई से स्ट्रॉन्ग सिस्टम बनने से रीवा, सागर, शहडोल संभाग में तेज बारिश की संभावना है। इससे आंकड़े में बढ़ोतरी हो सकती है। बता दें कि अब तक प्रदेश में ओवरऑल 9 प्रतिशत बारिश ज्यादा हो चुकी है। पूर्वी हिस्से में 9 प्रतिशत और पश्चिमी हिस्से में 16 प्रतिशत ज्यादा पानी गिरा है।
Also Read MP Govt Decision : मध्य प्रदेश सरकार का वादा, अब सिलेंडर होगा सस्ता, जाने कैसे !
MP WEATHER NEWS झारखंड और आसपास के इलाकों में औसत समुद्र तल से 3.1 और 7.6 किमी ऊपर दक्षिण की ओर झुका हुआ चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। पूर्वोत्तर असम और आसपास के इलाकों में औसत समुद्र तल से 1.5 और 3.1 किमी ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
बांग्लादेश और आसपास के इलाकों में औसत समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। पूर्वोत्तर अरब सागर और उससे सटे सौराष्ट्र में दक्षिण की ओर झुकाव के साथ चक्रवाती परिसंचरण मौजूद है। वहीं दक्षिण गुजरात से केरल तक एक अपतटीय द्रोणिका भी बनी हुई है।