नील नितिन मुकेश:: बॉलीवुड के मशहूर म्यूज़िक परिवार से ताल्लुक रखने वाले एक्टर नील नितिन मुकेश ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपनी जिंदगी और करियर से जुड़ी कई बातें साझा कीं। उन्होंने स्वीकार किया कि वो आज भी डायरेक्टर्स से खुद जाकर काम मांगते हैं, और उन्हें इसमें कोई शर्म महसूस नहीं होती। नील के इस बयान ने एक बार फिर बॉलीवुड में नेपोटिज़्म बनाम टैलेंट की बहस को हवा दे दी है।
नील नितिन मुकेश: स्टार किड होने के बावजूद नहीं मिली बॉलीवुड में सफलता, बोले काम मांगने में शर्म नहीं

स्टारडम से दूर, स्ट्रगल के करीब
नील नितिन मुकेश, दिग्गज गायक नितिन मुकेश के बेटे और महान गायक मुकेश के पोते हैं। उनका जन्म एक ऐसे परिवार में हुआ जहां म्यूज़िक और कला की विरासत गहराई से जुड़ी हुई है। इसके बावजूद, नील फिल्मों में अपनी पहचान बनाने में पूरी तरह सफल नहीं हो पाए।
उनकी डेब्यू फिल्म ‘जॉनी गद्दार‘ (2007) को क्रिटिक्स ने सराहा जरूर, लेकिन इसके बाद वे कोई बड़ी हिट नहीं दे सके। उन्होंने ‘न्यू यॉर्क’, ‘7 खून माफ’, ‘प्रेम रतन धन पायो’ जैसी फिल्मों में काम किया, लेकिन उनका करियर ग्राफ लगातार नीचे की ओर गया।
डायरेक्टर्स से काम मांगने में कोई शर्म नहीं
हालिया इंटरव्यू में नील ने कहा:
“मैं आज भी खुद जाकर डायरेक्टर्स से काम मांगता हूं। मैं किसी को कॉल करता हूं और पूछता हूं कि क्या आप मेरे लिए कुछ सोच रहे हैं? इसमें शर्म की कोई बात नहीं है।”
उनके इस ईमानदार बयान ने सोशल मीडिया पर काफी सराहना भी बटोरी, जहां लोग उनकी मेहनत और सच्चाई की तारीफ कर रहे हैं।
लग्जीरियस लाइफस्टाइल लेकिन खाली फिल्मी सफर
भले ही नील का फिल्मी करियर बहुत फलदायक न रहा हो, लेकिन उनकी लाइफस्टाइल बेहद रॉयल है। मुंबई में उनका आलीशान घर, महंगी गाड़ियां और स्टाइलिश लाइफ उन्हें अक्सर चर्चा में बनाए रखती है।
यह भी एक उदाहरण है कि बॉलीवुड में बैकग्राउंड से मिलने वाला सपोर्ट किसी की लग्ज़री लाइफ बना सकता है, लेकिन हिट फिल्में और फैन बेस बनाने के लिए मेहनत और किस्मत दोनों की जरूरत होती है।
अन्य स्टार किड्स का भी मिला जुला हाल
नील की तरह ही फरदीन खान, ज़ायेद खान, तुषार कपूर जैसे अन्य स्टार किड्स भी इंडस्ट्री में लंबी पारी नहीं खेल पाए। सभी के पास बड़ा बैकग्राउंड था, लेकिन आज ये सितारे एक्टिंग के बजाय दूसरी गतिविधियों में व्यस्त हैं।
नील नितिन मुकेश का सफर इस बात का प्रमाण है कि फिल्मी बैकग्राउंड होने के बावजूद सफलता की कोई गारंटी नहीं होती। उनके जैसे कलाकारों के लिए फिल्म इंडस्ट्री में टिके रहना भी एक जंग है। उनका काम के लिए झुक कर अप्रोच करना यह बताता है कि इंसान चाहे स्टार हो या आम, मेहनत और विनम्रता ही उसे आगे ले जाती है।