ALOEVERA FARMING 2024 : कम जगह में भी एलोवेरा की खेती से होगा लाखो का मुनाफा!
ALOEVERA FARMING 2024 : कम जगह में भी एलोवेरा की खेती से होगा लाखो का मुनाफा ! बिजनेस की दृष्टि से एलोवेरा की खेती करना बेहद ही आसान होता है. क्योंकि एलोवेरा को एक बार लगाने के बाद, पांच साल तक उनसे कटाई की जा सकती है. इसका एक और फायदा यह है कि इसे जानवर नहीं खाते हैं.
ALOEVERA FARMING 2024 : कम जगह में भी एलोवेरा की खेती से होगा लाखो का मुनाफा!
एलोवेरा की ताजी पत्तियों को बेचने पर छह रुपये प्रति किलोग्राम का भाव मिल जाता है. इसे आप आयुर्वेदिक दवाई बनाने वाली कंपनियों या सौन्दर्य प्रसाधन निर्माता कंपनियों को बेच सकते हैं. कांट्रैक्ट फार्मिंग इसकी खेती के लिए बेहतरीन ऑप्शन है. एलोवेरा का पल्प निकालक बेचें तो यह 16-18 रुपये प्रति किलो तक बिकता है.एलोवेरा की खेती पर किए गए रिसर्च में यह बात सामने आयी है कि एकड़ जमीन में लगभग 4000 पौधे लगाने से उपज का सर्वोत्तम परिणाम मिलता है लेकिन आप प्रति एकड़ में 3000 से 5000 एलोवेरा लगा सकते हैं.
बदलते वक्त के साथ एलोवेरा की मांग बाजार में काफी बढ़ गयी है. इसे स्थानीय भाषा में ग्वारपाठा भी कहा जाता है. चिकित्सा और इसके कॉस्मेटिक उपयोगों के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में एलोवेरा की बहुत मांग है. रिसर्च में यह बात भी सामने आयी है कि भारत में वैदिक काल से ही यहां के ऋषि मुनी एलोवेरा का प्रयोग करते आये हैं.
यही कारण है कि आयुर्वेदिक उद्योग में एलोवेरा की बहुत मांग है और दिन-प्रतिदिन लगातार बढ़ रही है.इसकी खेती से किसान प्रति एकड़ 1-2 लाख तक की कमाई आसानी से कर सकते हैं. इस खेती में लागत कम लगती है. इसके अलावा अन्य खेती की तरह इन्हें कम ध्यान देने की जरूरत होती है.
ALOEVERA FARMING 2024 एलोवेरा की हाईब्रिड वैरायटी लगाएं
आम तौर पर एलोवेरा किसी भी जमीन पर की जा सकती है, पर लवणीय भूमि में इसकी उपज ज्यादा होती है. इसके अलावा किसानों को यह कोशिश करनी चाहिए की वो हाईब्रिड नस्ल के पौधे लगाये ताकि उन्हें ज्यादा फायदा हो सके. किसानों को एलोवीरा की खेती से पहले मिट्टी की जांच करा लेनी चाहिए,
उसके मुताबिक खेत में एनपीके का इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि, एलोवेरा के पौधे की बेहतर वृद्धि के लिए 25 किलो यूरिया, 35 किलो फॉस्फोरस और 10 किलो पौर पोटाश प्रति एकड़ के साथ 3 से 4 टन गोबर खाद दिया जाना चाहिए. एलोवेरा के पौधे के विकास के समय उसके स्वास्थ्य के लिए पौधों पर नाइट्रोजन का छिड़काव करना अच्छा होता है.
ALOEVERA FARMING 2024 किस महीने में लगाए फसल
ALOEVERA FARMING 2024 किसान भाई एलोवेरा की रोपाई पूरे साल में कभी कर सकते हैं पर फरवरी का महीना उपयुक्त माना गया है. एलोवेरा की खेती पर किए गए रिसर्च में यह बात सामने आयी है कि एकड़ जमीन में लगभग 4000 पौधे लगाने से उपज का सर्वोत्तम परिणाम मिलता है लेकिन आप प्रति एकड़ में 3000 से 5000 एलोवेरा लगा सकते हैं. एलोवेरा के रोपाई के लिए मुख्य पौधे से दो से तीन या कभी-कभी पांच पत्तियां निकलने वाले छोटे पौधे का उपयोग करने का प्रयास करें.
ALOEVERA FARMING 2024 कैसे करें सिंचाई
ALOEVERA FARMING 2024 एलोवेरा के पौधे को बढ़ने के लिए बहुत कम पानी की आवश्यकता होती है लेकिन नियमित अवधि में उनकी आवश्यकता के अनुसार जो जलवायु की स्थिति के अनुसार पानी देना चाहिए. आमतौर पर, पहले पानी खेत में लगाने के तुरंत बाद दिया जाता है जो नए लगाए गए एलोवेरा को अच्छी तरह से सेट करने में मदद करता है. एलोवेरा की खेती के लिए ड्रिप इरिगेशन और स्प्रिंकलर इरिगेशन सबसे अच्छा तरीका है क्योंकि यह कीमती समय के साथ-साथ पानी की भी बचत करता है.
ALOEVERA FARMING 2024 एलोवेरा को खरपतवार से कैसे बचाएं
ALOEVERA FARMING 2024 समय-समय पर खेत से खरपतवार निकालते रहें. खरपतवार को हटाने के लिए खरपतवार नाशकों का प्रयोग किया जा सकता है. एलोवेरा के पौधों की जड़ों के आसपास पानी रूकने नहीं दे. ताकि पौधों को गिरने से भी बचाया जा सके. एलोवेरा के पौधों पर बीमारियों का प्रकोप कम होता है. इसमें एक कवक रोग होता है, इसके नियंत्रण के लिए मंगोजीब, रिडोमिल, डायथेन एम-45, 2.0-2.5 ग्राम प्रति लीटर का प्रयोग पानी में डालकर पौधे पर छिड़काव करना चाहिए.
ALOEVERA FARMING 2024 कब करें फसल की कटाई
ALOEVERA FARMING 2024 एलोवेरा की रोपाई के लगभग दस महीने बाद यह कटाई के लिए तैयार हो जाता है क्योंकि ये पूरी तरह से विकसित हो जाते हैं. यदि आप बेहतर और बेहतर गुणवत्ता और मात्रा चाहते हैं, तो आप एक साल और इंतजार कर सकते हैं जो आपको एलोवेरा के पौधे का स्वस्थ गूदा दो से तीन फीट ऊंचाई तक और पहले की तुलना में अधिक वजन देता है.
ALOEVERA FARMING 2024 कितना होगा उत्पादन
ALOEVERA FARMING 2024 पूरी खेती के दौरान ठीक से देखभाल करके एक एकड़ से 15-20 टन एलोवेरा का उत्पादन आसानी से किया जा सकता है. चूंकि पूरी खेती में मेहनत नहीं लगती है, इसलिए एलोवेरा की खेती आर्थिक रूप से सबसे अधिक लाभदायक है.